विशेष लेख (शॉर्ट्स या शॉर्ट विडियो क्यों इतने अच्छे लगते हैं?)
पढने में लगने वाला समय 5 मिनट
"Short video या शॉर्ट्स"
सम्बंधित लेख
क्या हैं शॉर्ट वीडियो, रिल्स या शॉर्ट्स?
किस तरीके से यह आपकी पूरी लाइफ स्टाइल कुप्रभावित कर रहा है?
आप शॉर्ट विडियो की लत से किस प्रकार छूट सकते हैं ?
(लिंक अपडेट किए जायेंगे )
तेरी प्यारी- प्यारी दो अखियाॅं..." यह वह पंक्ति है जिसने लोगों को मजाक - मजाक में लोगों को सिर हिलाने को मजबूर कर दिया था।
"तेरी प्यारी- प्यारी दो अखियाॅं..."
यह उस वायरल गाने की कड़ी है जिसने मजाक - मजाक में लोगों को सिर हिलाने के लिए मजबूर कर दिया था। और इसी के शॉर्ट वीडियो (टिक - टॉक के चलते ' सागर गोस्वामी' अच्छे खासे वायरल हो गए थे।
आज के जमाने में शॉर्ट वीडियो मनोरंजन का अच्छा-खासा जरिया बन गए हैं। इनके बढ़ते दर्शकों की संख्या को देखते हुए सोशल मीडिया साइट्स को ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक(दर्शकों की संख्या) खींचने के लिए शॉर्ट वीडियो का सहारा लेना पड़ा है
कई सारे सोशल साइट्स ने अलग - अलग नामों से शॉर्ट वीडियो को ही प्रमोट किया क्योंकि उन्हें पता है यह फॉर्मेट लोकप्रिय होने की कई सारी वजहें हैं।
भले ही सबसे पहले इसका प्रचलन टिक - टॉक के माध्यम से हुआ हो और लोगों ने चाहे इसकी जितनी भी आलोचना की हो, यह सच है कि इसके बढ़ते हुए प्रभाव से आप अपने आप को अलग नहीं रख सकते। यदि आपके मोबाइल में यूट्यूब चलता हो तो आपके नजर में शॉर्ट्स जरूर आए होंगे। और यदि आपने एक बार भी इसे देखा तो आप अगली बार फिर से उसी जगह लौटकर जरूर आयेंगे। या हो सकता है कि आप उसी कंटेंट को दुबारा देखने हिस्ट्री में लौटे।
बच्चे इससे सबसे अधिक प्रभावित हैं। यदि आप एकल परिवार में रहते हों तो आप बच्चों से खासकर शॉर्ट्स देख रहे शांत बने हुए बच्चों से मोबाइल छीनने की जुर्रत नहीं कर सकते।
क्या कारण है कि ये शॉर्ट वीडियो आज इतने लोकप्रिय होते जा रहे हैं और लोगों के स्क्रीन टाइम को बढ़ा रहे हैं? चलिए जानते हैं।
1) कम वक्त में ज्यादा कंटेंट - आज के वक्त में किसी के पास इतना समय नहीं है कि वह किसी खास चीज की गहरी जानकारी के लिए लाइब्रेरी जाकर मोटी-मोटी किताबें पढ़ सके या किसी के पास जाकर उस चीज के बारे में मालूमात कर सके।
और खासकर तब जब उसे यह जानकारी कुछ समय के लिए केवल कोई समस्या सुलझाने के लिए चाहिए या कुछ बनाने इत्यादि के लिए चाहिए।
ऐसे कितने ही मोमेंट हमारी डेली लाइफ में आते हैं जब हमें किसी चीज की जानकारी इंस्टैंट चाहिए होती है। हमारे पास इतना वक्त नहीं होता कि हम उस चीज की जानकारी किसी जानकार से ले सकें या उसके बारे में कोई भारी - भरकम सा आर्टिकल ही पढ़ सकें। कई बार तो समय इतना कम होता है कि तुरंत किसी को कोई बात बतानी होती है और वह कहीं हमारा इंतजार कर रहा होता है। तब शॉर्ट वीडियो हमारे काफी काम की चीज़ साबित होती है।
2) इंटरटेनिंग - शॉर्ट्स हमें बहुत ज्यादा इंटरटेन करते हैं।
आज के जमाने में शॉर्ट्स टॉप लेवल के सेलिब्रिटी की पहली पसंद बन चुके हैं। सभी बड़े कंटेंट मेकर आज शॉर्ट वीडियो फॉर्मेट पर एक्टिव हैं और डेली कंटेंट बनाते रहते हैं। यही कारण है कि उनके बीच भी शॉर्ट्स के माध्यम से अपने फैंस की नजर में बने रहने की मजबूरी होती है और यही कारण है कि आप उनसे जुड़ी कोई भी अपडेट मिस नहीं करते। शॉर्ट्स यानी कम वक्त में ज्यादा इंटरटेनमेंट और वह भी बिना ज्यादा मेहनत किए।
एक - एक कंटेंट क्रिएटर एक दिन में कई - कई वीडियो डालते हैं।आपको लग सकता है की कैसे ये इतना समय निकाल पाते होंगे तो आपको बता दें कि बेसिक एडिटिंग जानते हुए भी इन्हें कई बार किसी थर्ड पार्टी एडिटर्स की जरूरत पड़ती है या कई बार ये अपनी खुद की टीम बना लेते हैं ताकि इनका प्रोडक्शन कॉस्ट कुछ बच जाए। अलिये इनके विडियोज काफी खूबसूरत, प्रोफेशनल और कलरफुल नजर आते हैं।
3)कंटेंट वैरिएशन - शॉर्ट्स में टॉपिक्स की वैरिएशन भी मिल जाती है। आपको फिल्म, फैक्ट्स, स्पोर्ट्स, म्यूजिक के अलावा आर्ट , क्राफ्ट और कई तरह के वैरिएशन मिल जाते हैं।
यानी शॉर्ट्स में सबके लिए कुछ न कुछ और सच कहें तो बहुत कुछ है।
4) कैची लाइंस या कानों को अच्छे लगने वाला संगीत - आप माने या न माने, शॉर्ट्स के फेमस होने की यह खास वजह है और इसी कारण शॉर्ट्स की रीच कई बार बढ़ जाती है।
अभी कई दिनों से "गोतिलोsss.... तमे गोतिलो, गोतिलो"
की धुन कई दिनों से आम हो चली है। ऐसा अब ट्रेंड हो चला है कि कोई भी गीत जिसकी कोई कड़ी वायरल हो जाती है वह शॉर्ट विडियोज में बार- बार सुनाई देने लगती है। और चूंकि लोग उन्हें सुनना पसंद करते हैं इसलिए वे उस वायरल लाइन को सुनने के लिए बार - बार उस गाने की कड़ी वाले शॉर्ट्स स्क्रॉल करते रहते हैं।
5) ईजी इंटरफेस - हालांकि इसे सबसे कम महत्वपूर्ण फीचर मानना चाहिए लेकिन कुछ चीजें इस फॉर्मेट को पावरफुल बना देती हैं जैसे शॉर्ट्स में 'लूप' ऑप्शन डिफॉल्ट में होना मतलब वीडियो का चलते रहना,आम वीडियो की तरह चलकर खत्म नहीं होना बल्कि चलते रहना जब तक आप उसे खुद पॉज न कर दें या फिर स्क्रीन स्वाइप न कर दें।
स्क्रीन स्वाइप करते ही अगला वीडियो चलने लगता है जो बच्चे, बड़े आराम से चला लेते हैं और फिर घंटों तक देखते रहते हैं। डबल टैप से लाइक करना, यानी वीडियो सेव करने का कोई झंझट ही नहीं सीधा प्लेलिस्ट में एड हो जाता है।
शॉर्ट्स आज मनोरंजन का सबसे आम माध्यम बन गए हैं। लाखों लोग अब इसे मनोरंजन का ही नहीं बल्कि कमाई का एक जरिया भी समझने लगे हैं। क्यों?
जानने के लिए पढ़े -
' कैसे आप शॉर्ट वीडियो बनाकर पैसे कमा सकते हैं?'
(लिंक - जल्द प्रकाशित किया जाएगा...)